दिल्ली क्राइम ब्रांच की ISC टीम ने 10 साल से फरार चल रहे दो वांछित आरोपियों—राज कुमार और बाला देवी—को हरियाणा के सोनीपत से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ साल 2014 में नजफगढ़ स्थित एक संपत्ति को फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए बेचने का मामला दर्ज था। इस धोखाधड़ी में इन्होंने जाली GPA तैयार कर दो लोगों को जमीन बेच दी थी।
2016 में अदालत ने दोनों को घोषित अपराधी घोषित कर दिया था, और दिल्ली पुलिस की ओर से ₹20,000-₹20,000 के इनाम की घोषणा की गई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए दोनों लगातार ठिकाने बदलते रहे।
क्राइम ब्रांच की टीम ने तकनीकी निगरानी और मुखबिर की सूचना के आधार पर 17 मई 2025 को सोनीपत से दोनों को धर दबोचा। पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने आर्थिक तंगी के चलते यह साजिश रची थी। राज कुमार पहले भी आर्म्स एक्ट और NDPS एक्ट में आरोपी रह चुका है।
दिल्ली पुलिस अब इनसे जुड़े अन्य मामलों की जांच में जुट गई है।