नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी घोषित अपराधी योगेश आखिरकार गिरफ्तार, कोविड के बाद से था फरार

दिल्ली क्राइम ब्रांच की उत्तरी रेंज-II को एक बड़ी सफलता मिली है। नाबालिग से बलात्कार और पोक्सो एक्ट के मामले में फरार चल रहे घोषित अपराधी योगेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी साल 2017 के एक सनसनीखेज मामले में शामिल था और कोविड-19 के बाद से अदालती कार्यवाही से बचता आ रहा था।

पुलिस को सूचना मिली थी कि योगेश, जो भलस्वा डेयरी थाने में दर्ज केस का आरोपी है, इन दिनों समायपुर बादली इंडस्ट्रियल एरिया के राजा विहार में छिपा हुआ है। हेड कांस्टेबल अशोक कुमार व सत्यव्रत की टीम ने लगातार 3-4 दिन की तकनीकी निगरानी और स्थानीय जानकारी के बाद पता लगाया कि योगेश जल्द ही रोहिणी के जापानी पार्क आने वाला है। जैसे ही वह पार्क पहुंचा, टीम ने उसे दबोच लिया।

पूछताछ में योगेश ने स्वीकार किया कि उसने वर्ष 2017 में एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था। मामले में पहले अपहरण की FIR दर्ज हुई थी, लेकिन बाद में लड़की के बयान के आधार पर उस पर रेप और पोक्सो एक्ट की धाराएं भी जोड़ दी गई थीं। उसे पहले गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था और फिर जमानत मिल गई। लेकिन 2021 में कोविड के बाद से वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ और 2023 में अदालत ने उसे घोषित अपराधी घोषित कर दिया।

30 वर्षीय योगेश भलस्वा डेयरी में जन्मा और पला-बढ़ा है। उसके माता-पिता का निधन हो चुका है। वह 10वीं तक पढ़ा है और बादली इंडस्ट्रियल एरिया में मजदूरी करता है।

क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई ने न केवल पीड़िता को न्याय की उम्मीद दी है बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया है कि कानून के लंबे हाथों से कोई नहीं बच सकता। मामले में आगे की जांच जारी है।

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