दिल्ली पुलिस की एंटी स्नैचिंग सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जुआ अधिनियम के एक पुराने मामले में वांछित घोषित अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी राजेश, जो द्वारका पुरी का निवासी है और जिसकी उम्र 31 वर्ष बताई जा रही है, वर्ष 2018 से फरार चल रहा था। अदालत ने 1 मार्च 2025 को उसे घोषित अपराधी करार दिया था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी, लेकिन वह हर बार बच निकलने में सफल हो रहा था।
पुलिस ने फरार अपराधियों, पैरोल जंपर्स और घोषित अपराधियों की धरपकड़ के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया था। इस अभियान के तहत एंटी स्नैचिंग सेल की एक विशेष टीम को जिम्मेदारी दी गई, जिसमें हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल अनिल कुमार और कांस्टेबल बबलू शामिल थे। इस टीम को इंस्पेक्टर हरी सिंह के नेतृत्व में और एसीपी विजय कुमार की निगरानी में काम करने का निर्देश दिया गया था। पुलिस टीम ने तकनीकी और मैन्युअल निगरानी के जरिये आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की।
27 मार्च 2025 को पुलिस को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली कि वांछित अपराधी राजेश द्वारका पुरी इलाके में मौजूद है। पुलिस टीम तुरंत हरकत में आई और बताए गए स्थान पर छापेमारी की। पूरी सतर्कता और रणनीतिक तरीके से ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, जिससे आरोपी को मौके पर ही धर दबोचा गया। गिरफ्तार आरोपी पर एफआईआर नंबर 244/2018 के तहत जुआ अधिनियम की धारा 12/9/55 के अंतर्गत मामला दर्ज था और वह लगातार कानून से बचता आ रहा था।
पकड़े जाने के बाद आरोपी राजेश को तुरंत सागरपुर थाने को सूचित किया गया और फिर उसे न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि फरारी के दौरान आरोपी ने किन-किन जगहों पर शरण ली और क्या वह किसी अन्य अपराध में भी संलिप्त था। दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों पर सख्ती से लगाम लगाने और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने की दिशा में एक और अहम कदम माना जा रहा है।
