दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक बड़े टेलीग्राम इन्वेस्टमेंट घोटाले का पर्दाफाश करते हुए राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह ठग टेलीग्राम चैनलों के जरिए लोगों को निवेश के नाम पर धोखा दे रहे थे और इस गिरोह से जुड़े 10,000 से ज्यादा लोग ठगी के शिकार हुए हैं।
मामला तब सामने आया जब एक व्यक्ति ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में 12.61 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि एक व्हाट्सएप संपर्क के जरिए उसे टेलीग्राम ग्रुप “ऑलवेज टीम नंबर प्रेडिक्शन” में जोड़ा गया, जहां निवेश के बदले हर महीने ₹50,000 रिटर्न का झांसा दिया गया। जब उसने पूरी रकम ट्रांसफर कर दी, तो आरोपी गायब हो गए और फोन व मैसेज का जवाब देना बंद कर दिया।
पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस और बैंक ट्रांजेक्शन की जांच के आधार पर चित्तौड़गढ़ के टोरनिया और रतनपुरा गांवों में छापेमारी कर आरोपियों सुरेश कुमार गुर्जर और राहुल कुमार गुर्जर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि सुरेश टेलीग्राम ग्रुप और इंस्टाग्राम आईडी “नंबर प्रेडिक्शन” व “नंबर_किंग_8” के जरिए लोगों को फंसाता था, जबकि राहुल बैंक खातों के संचालन में उसकी मदद करता था।
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से सैमसंग S24 अल्ट्रा और ओप्पो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इस पूरे मामले की जांच जारी है और पुलिस अन्य पीड़ितों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है।