दिल्ली पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) ने एक सराहनीय कार्य करते हुए 12 वर्षीय लापता लड़की और 12 वर्षीय लापता लड़के को खोजकर उनके परिवारों से मिलाया। यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत की गई, जिसका उद्देश्य लापता बच्चों को सुरक्षित घर पहुंचाना है।
23 मार्च 2025 को सागरपुर थाने में 12 साल की लड़की ‘आर’ के लापता होने की शिकायत दर्ज की गई, जिसके तहत मामला दर्ज कर तलाश शुरू की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसी तरह, 26 मार्च को 12 वर्षीय लड़के ‘एस’ के लापता होने की शिकायत दर्ज की गई, लेकिन पुलिस को उसका भी कोई पता नहीं चल सका। इसके बाद इंस्पेक्टर बलबीर सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें एएसआई रामगोपाल, महिला हेड कांस्टेबल शर्मिला और महिला कांस्टेबल सीमा शामिल थीं।
टीम ने बच्चों के परिवार और दोस्तों से बातचीत की, गुप्त सूत्रों की मदद ली और उनकी तस्वीरें विभिन्न संस्थानों व पुलिस अधिकारियों से साझा कीं। अथक प्रयासों के बाद 27 मार्च को दोनों बच्चे शिवपुरी इलाके के एक पार्क में सुरक्षित मिले। सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद पुलिस ने बच्चों को उनके परिवारों से मिलाया।
साउथ वेस्ट जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी (IPS) ने बताया कि लापता बच्चों की तलाश और सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस लगातार प्रयासरत है।