दिल्ली के किशनगढ़ इलाके से लापता हुईं दो 14 वर्षीय नाबालिग लड़कियों को पुलिस ने ऑपरेशन मिलाप के तहत महज़ 12 घंटे में ढूंढ़ निकाला और परिजनों से मिलवाया। ये सराहनीय कार्य किशनगढ़ थाना और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) की संयुक्त टीम ने किया।
2 अप्रैल को किशनगढ़ निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि उसकी बेटी अपनी सहेली के साथ स्कूल के लिए निकली थी लेकिन दोनों वापस नहीं लौटीं। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस टीम ने तुरंत जांच शुरू की। मोबाइल सर्विलांस और मानवीय खुफिया नेटवर्क की मदद से पता चला कि दोनों लड़कियाँ सुलतानपुर इलाके में हैं। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 3 अप्रैल को दोनों को सुलतानपुर से बरामद कर लिया।
पूछताछ में पता चला कि स्कूल जाने के बजाय वे एक दोस्त से मिलने गई थीं और देर हो जाने पर डर के कारण घर नहीं लौटीं। उनके पास पैसे नहीं थे और वे रात भर सड़कों पर भटकती रहीं। पुलिस की मुस्तैदी से दोनों बच्चियाँ सुरक्षित अपने घर लौट पाईं।
दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने पुलिस टीम के मानवीय प्रयास की सराहना की और बताया कि ऑपरेशन मिलाप के तहत ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई जारी रहेगी।