दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में अफ्रीकी मूल के दो विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से करीब 700 ग्राम उच्च गुणवत्ता वाली स्मैक बरामद हुई है, जिसकी बाजार में कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान युगांडा निवासी हम्फ्री मुवोंग और नाइजीरियाई नागरिक चुकु एबुका उमेह के रूप में हुई है। दोनों आरोपी कृष्णा पार्क एक्सटेंशन, तिलक नगर इलाके में रह रहे थे और अफ्रीका से संचालित हो रहे एक ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा थे। जांच में सामने आया है कि यह गैंग अफ्रीकी नागरिकों को छात्र वीजा के जरिए भारत बुलाकर ड्रग डिलीवरी का नेटवर्क फैला रहा था।
तीन अप्रैल को क्राइम ब्रांच की टीम ने 20 घंटे तक चली वॉच एंड वेट रणनीति के तहत इन दोनों आरोपियों को दबोचा। इनका संचालन अफ्रीका में बैठे डागरी जीन मार्क नामक व्यक्ति के इशारों पर हो रहा था, जिसने पहले भारत में रहते हुए तिलक नगर को इस नेटवर्क का गढ़ बना रखा था।
पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने राष्ट्रीय राजधानी और पंजाब के प्राइवेट विश्वविद्यालयों में दाखिले का दिखावा कर भारत में एंट्री ली थी, जबकि उनका मकसद ड्रग्स का कारोबार फैलाना था। गिरफ्तार युगांडा निवासी हम्फ्री पर पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज हो चुका है।
दिल्ली पुलिस ने इस ऑपरेशन के जरिए न सिर्फ एक मजबूत ड्रग नेटवर्क को तोड़ा है, बल्कि यह भी उजागर किया है कि कैसे छात्र वीजा का दुरुपयोग कर नशे का जाल फैलाया जा रहा है। पुलिस अब इस सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है।