दिल्ली पुलिस की साइबर थाना उत्तरी जिला टीम ने एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पार्ट टाइम जॉब के नाम पर लोगों से ठगी की थी। यह कार्रवाई एक फैशन डिजाइनिंग की छात्रा की शिकायत पर शुरू हुई थी, जिसे होटल-रेस्टोरेंट की रेटिंग देने के बहाने कुल ₹90,800 की ठगी का शिकार बनाया गया था।
ठगों ने व्हाट्सएप और टेलीग्राम के ज़रिए फर्जी जॉब ऑफर भेजे, फिर पीड़िता को टास्क के बदले निवेश करने को कहा। शुरुआती भुगतान के बाद, पैसे वापस देने के नाम पर और पैसे मांगते रहे। आखिर में छात्रा ने ठगी समझ कर पुलिस से शिकायत की।
पुलिस टीम ने तकनीकी जांच और 1800 किलोमीटर तक फैली तीन दिनों की छापेमारी में हरियाणा के सोनीपत और राजस्थान के जोधपुर से चार आरोपियों—अंशुल, संदीप, राजेंद्र उर्फ राजू और रविंद्र उर्फ राकेश—को गिरफ्तार किया। इनके पास से चार मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड और दो पासबुक बरामद की गईं।
जांच में खुलासा हुआ कि ये आरोपी बैंक खाते बेचते थे, जिन्हें ठगी में इस्तेमाल कर बाद में राशि को क्रिप्टोकरेंसी USDT में बदल दिया जाता था। पीड़िता के ₹30,000 अब भी फ्रीज़ खातों में बरामद हुए हैं। पुलिस को इन खातों से जुड़ी 15 और ठगी की शिकायतें मिली हैं।
फिलहाल पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और आगे की जांच जारी है।