नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए तीन नाबालिग बच्चों को खोजकर उनके परिजनों से मिलाया। ऑपरेशन मिलाप के तहत पुलिस ने 14 वर्षीय लड़की “G”, 15 वर्षीय लड़की “M” और 5 वर्षीय मासूम बच्चा “K” को अलग-अलग इलाकों से सुरक्षित बरामद किया।
बीते दिनों दिल्ली के डाबड़ी, आर.के. पुरम और छावला थाना क्षेत्रों में तीनों बच्चों की गुमशुदगी की शिकायतें दर्ज हुई थीं, जिनमें अपहरण की आशंका जताई गई थी। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद इंस्पेक्टर बलबीर सिंह के नेतृत्व में AHTU की विशेष टीम ने गहन जांच शुरू की। टीम ने परिजनों, दोस्तों और मुखबिरों से बातचीत कर फोटो साझा किए और इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया।
पुलिस की मेहनत रंग लाई और 4 मार्च को 15 वर्षीय लड़की “M” को बदरपुर बस स्टैंड से और 5 मार्च को 14 वर्षीय लड़की “G” को आनंद विहार बस स्टैंड से बरामद किया गया। वहीं, 5 मार्च को ही एक अनजान फोन कॉल पर मिली सूचना के बाद 5 वर्षीय मासूम “K” को पप्रावट स्थित एमसीडी स्कूल के बाहर से सुरक्षित ढूंढ निकाला गया।
तीनों बच्चों को कानूनी औपचारिकताओं के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। दिल्ली पुलिस का यह मानवीय प्रयास न केवल सराहनीय है, बल्कि समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।