दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक कुख्यात गैंग के हथियार सप्लायर सत्येंद्र उर्फ सिट्टू को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 5 देसी कट्टे, 2 ऑटोमैटिक पिस्तौल और 14 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। यह गिरफ्तारी द्वारका सेक्टर-09 क्षेत्र से की गई है। इस संबंध में केस एफआईआर नंबर 178/24, दिनांक 08.09.2024, पीएस क्राइम ब्रांच, दिल्ली में दर्ज किया गया है।
क्राइम ब्रांच लगातार दिल्ली-एनसीआर में अपराध को रोकने और अंतरराज्यीय अपराधियों पर नज़र रखने का काम कर रही है। इसी सिलसिले में क्राइम ब्रांच की WR-II टीम को अपराधियों और विशेष रूप से राजधानी में हो रही शूटआउट्स पर नजर रखने का काम सौंपा गया था। हेड कांस्टेबल अश्विनी को एक इनपुट मिला कि कुख्यात गैंग का एक हथियार सप्लायर सत्येंद्र उर्फ सिट्टू द्वारका क्षेत्र में अपने गैंग के सदस्यों को हथियार सप्लाई करने आ रहा है।
इसके बाद इंस्पेक्टर अक्षय के नेतृत्व में एसआई राहुल कुमार, एसआई रवि, एसआई मनोज कुमार, और एचसी गौरव, अश्विनी, देवेंद्र, दिनेश, संदीप, नवीन, हरदीप, मयंक, और विनोद शर्मा की टीम गठित की गई। एसीपी रविंदर कुमार राजपूत की निगरानी में टीम ने बमनौली चौक, द्वारका एक्सप्रेसवे के पास जाल बिछाया।
टीम ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा और उसकी तलाशी के दौरान 5 देसी कट्टे, 2 ऑटोमैटिक पिस्तौल और 14 जिंदा कारतूस (10 कारतूस 8 एमएम के और 4 कारतूस 7.65 एमएम के) बरामद किए गए। आरोपी ने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसे तुरंत पकड़ लिया।
पूछताछ के दौरान सत्येंद्र उर्फ सिट्टू ने खुलासा किया कि वह कुख्यात गैंग के सदस्यों को हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई करता है और लंबे समय से गैंग के लिए काम कर रहा है। उसने बताया कि वह सोनीपत जेल में हत्या के प्रयास के मामले में बंद था, जहां उसकी मुलाकात एक कुख्यात गैंगस्टर से हुई। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद वह गैंग में शामिल हो गया। इसके बाद उसने अन्य सह-आरोपी योगेश उर्फ योगी से संपर्क किया और गैंग के अन्य सदस्यों को हथियार सप्लाई करना शुरू किया।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा इस कार्रवाई के बाद अपराधियों में खौफ का माहौल है। मामले की आगे की जांच जारी है।