दिल्ली पुलिस की शाहदरा जिला टीम ने एक बड़े ऑपरेशन में NCERT की नकली किताबों के गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है। मंडोली रोड पर छापेमारी के दौरान पुलिस ने एक दुकान से भारी मात्रा में पायरेटेड किताबें बरामद कीं, जिसे प्रशांत गुप्ता और उसके बेटे निशांत गुप्ता चला रहे थे। मौके पर मौजूद NCERT टीम ने पुष्टि की कि जब्त किताबें पूरी तरह से फर्जी हैं और कॉपीराइट नियमों का उल्लंघन करती हैं।
छानबीन में सामने आया कि आरोपी पिता-पुत्र पिछले कुछ वर्षों से इस अवैध कारोबार में लिप्त थे और नकली किताबें हिरांकी (अलीपुर) इलाके से मंगवाकर बेचते थे। उनके बताए पते पर छापेमारी में करीब 1.6 लाख नकली किताबें बरामद की गईं, जिनकी अनुमानित कीमत ₹2.4 करोड़ आंकी गई है।
आरोपियों के खिलाफ M.S. पार्क थाने में केस दर्ज कर आगे की पूछताछ जारी है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में लगी है—प्रिंटिंग प्रेस से लेकर थोक विक्रेताओं और शिक्षा संस्थानों तक। जांच का मकसद न केवल दोषियों को सजा दिलाना है, बल्कि शिक्षा प्रणाली में ऐसी खामियों को भी दूर करना है, जो छात्रों को नकली किताबों की ओर धकेल रही हैं।