दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक अनोखे साइबर फ्रॉड रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिर ठगों को लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र सरचू से गिरफ्तार किया है। ठगों ने झारखंड के मजदूरों के बैंक खातों का इस्तेमाल कर ठगी के पैसे को छुपाने और इधर-उधर भेजने का नया तरीका अपनाया था।
मामला ₹69,953 की ऑनलाइन ठगी से जुड़ा है, जिसमें एक महिला से कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम पर धोखाधड़ी की गई थी। जांच में पता चला कि ये पैसे झारखंड के सुदूर गांवों में रहने वाले गरीब मजदूरों के बैंक खातों में भेजे गए थे।
पुलिस की दो टीमों ने एक साथ ऑपरेशन चलाया — एक ने झारखंड में आरोपियों के ठिकानों पर छापे मारे, वहीं दूसरी टीम ने इमरान अंसारी और मंसूर अंसारी का पीछा करते हुए उन्हें हिमाचल होते हुए लद्दाख के सरचू में दबोच लिया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी मजदूरों को काम के बहाने बाहर लाकर उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाते और फिर एटीएम कार्ड व पासबुक अपने पास रख लेते थे। बाद में इन खातों का इस्तेमाल साइबर ठगी की रकम को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था।
दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ साहसिक थी, बल्कि साइबर ठगी के बदलते तरीकों पर भी रोशनी डालती है। अब आगे की कार्रवाई में पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा।