नई दिल्ली। दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस की एंटी नारकोटिक स्क्वाड ने अवैध रूप से भारत में बसे बांग्लादेशी नागरिकों के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में न केवल सरगना चांद मियां सहित 6 बांग्लादेशियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया, बल्कि उनके जरिए मिली जानकारी पर चेन्नई से 33 और बांग्लादेशी नागरिकों को दबोचा गया। इसके अलावा 5 भारतीय आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया है, जो इन घुसपैठियों को नकली दस्तावेज बनवाकर नौकरी दिलवाने और ठिकाने देने का काम कर रहे थे।
चांद मियां नाम का यह मास्टरमाइंड पिछले 10–12 वर्षों से भारत में बांग्लादेशियों की तस्करी में शामिल था और हर व्यक्ति से 20 से 25 हजार रुपये वसूलता था। गिरफ्त में आए घुसपैठियों में कुछ पढ़े-लिखे लोग भी शामिल हैं, जो फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, जाति और जन्म प्रमाण पत्रों के जरिए भारत में पहचान बना चुके थे और दिहाड़ी मजदूर, रैगपिकर जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे थे।
इस कार्रवाई में पुलिस ने 11 फर्जी आधार कार्ड, कई बांग्लादेशी दस्तावेज, मोबाइल फोन, कंप्यूटर, हार्ड डिस्क, फिंगर प्रिंट व आई स्कैनर, कलर प्रिंटर, नकदी आदि बरामद किए हैं। जांच में यह भी सामने आया कि इन अवैध नागरिकों को दिल्ली में स्थानीय एजेंट न केवल फर्जी दस्तावेज दिलवा रहे थे बल्कि उन्हें रोजगार तक उपलब्ध करवा रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर किसी क्षेत्र में संदिग्ध या अवैध प्रवासी दिखाई दे तो इसकी जानकारी तत्काल स्थानीय पुलिस को दें, अन्यथा शरण देने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस ऑपरेशन से साफ है कि दिल्ली पुलिस अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त और जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम कर रही है।