दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की WR-II टीम ने अवैध शराब तस्करी के मामलों में फरार चल रहे एक कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी अशोक, जो हरियाणा के रोहतक जिले का रहने वाला है, लंबे समय से पुलिस से बचता आ रहा था। उस पर दिल्ली के विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज छह मामलों में संलिप्तता पाई गई थी, जिनमें से पांच मामलों में उसे कोर्ट द्वारा घोषित अपराधी (प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर) घोषित किया गया था, जबकि एक अन्य मामले में उसके खिलाफ सीआरपीसी की धारा 82 के तहत कार्रवाई जारी थी।पुलिस को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली कि आरोपी अशोक रोहतक-भिवानी रोड स्थित आईडीसी चौक पर अपने किसी साथी से मिलने आने वाला है। इस सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर पवन सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई रविंद्र विजयरण, हेड कांस्टेबल रविंद्र, हेड कांस्टेबल पवन और कांस्टेबल मनोज शामिल थे। इस टीम ने आरोपी को घेराबंदी कर मौके से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अशोक हरियाणा के रोहतक जिले के गांधरा गांव का रहने वाला है। उसने 9वीं कक्षा तक पढ़ाई की थी, लेकिन बाद में पढ़ाई छोड़कर चालक का काम शुरू कर दिया। जल्द पैसा कमाने की लालसा में उसने अवैध शराब तस्करी का धंधा शुरू कर दिया और हरियाणा से दिल्ली तक शराब सप्लाई करने लगा।
पिछले पांच वर्षों से पुलिस की पकड़ से बचते हुए वह लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। कोरोना महामारी से पहले वह दिल्ली-एनसीआर में बड़ी मात्रा में अवैध शराब की सप्लाई करता था। उसके खिलाफ दिल्ली उत्पाद शुल्क अधिनियम (Excise Act) के तहत छह मामले दर्ज थे, जिनमें से पांच मामलों में उसे अदालत द्वारा घोषित अपराधी (PO) करार दिया गया था। एक अन्य मामले में उसके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया जारी थी।
क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई से अवैध शराब तस्करों के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अवैध शराब तस्करी जैसी गैरकानूनी गतिविधियों की सूचना पुलिस को दें, ताकि समाज को अपराधमुक्त बनाया जा सके।