दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने ड्रग तस्करों के अंतरराज्यीय गिरोह पर करारा प्रहार करते हुए करीब 1 करोड़ रुपये की गांजा की बड़ी खेप जब्त की है। ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें ट्रांसपोर्टर, ड्राइवर और स्थानीय रिसीवर शामिल हैं। बरामद गांजा की मात्रा 254.100 किलोग्राम है, जिसे ओडिशा के बहरामपुर से दिल्ली लाया गया था। गांजा को सोयाबड़ी के थोक बोरों में बड़ी चालाकी से छिपाया गया था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बिहार निवासी भूनेश्वर सिंह, हरियाणा के जंग बहादुर यादव और दिल्ली के अनिल कुमार के रूप में हुई है। यह खेप एक टाटा ट्रक में लाई जा रही थी, जिसे दिल्ली-एनसीआर में बांटने की योजना थी। जांच में खुलासा हुआ है कि ट्रांसपोर्टर जंग बहादुर यादव के पास चार ट्रक हैं, जिनमें से दो ऑफ-रोड ट्रकों के फर्जी नंबर प्लेट लगाकर मादक पदार्थों की तस्करी की जाती थी।
पूरे नेटवर्क में झारखंड, ओडिशा, गुजरात और दिल्ली के बीच गांजा की सप्लाई की जा रही थी। अनिल कुमार, जो दिल्ली में रहता है, इस खेप का रिसीवर था और अपने साले छोटू कुमार के निर्देशों पर काम करता था। छोटू कुमार उत्तर प्रदेश का निवासी है और एक जूता कंपनी का ठेकेदार है, जो इसी व्यापार की आड़ में इस ड्रग सिंडिकेट को चला रहा था।
पुलिस अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुट गई है। पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आ रही हैं। दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर दिखा दिया है कि नशा मुक्त भारत की दिशा में वह पूरी ताकत से जुटी है और ड्रग माफियाओं को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।