दिल्ली क्राइम ब्रांच की NR-II टीम ने अवैध हथियार मामले में फरार चल रहे 38 वर्षीय आरोपी मोहम्मद गुलजार को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी के खिलाफ कोर्ट से गैर-जमानती वारंट जारी हुआ था।
21 दिसंबर 2009 को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने बादली इंडस्ट्रियल एरिया में छापेमारी कर मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद गुलजार, नईम अहमद और फिरोज अली को गिरफ्तार किया था। उनके पास से चार अवैध देशी कट्टे और नौ जिंदा कारतूस बरामद हुए थे। ये आरोपी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। मामले में FIR No. 213/2009 के तहत आर्म्स एक्ट में केस दर्ज हुआ था। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई। मोहम्मद गुलजार जमानत के बाद कोर्ट में पेश नहीं हुआ, जिसके चलते उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया गया।
क्राइम ब्रांच की विशेष टीम, जिसमें SI सतेंद्र दहिया, HC संदीप, HC प्रदीप, HC अजय, HC अशोक, HC अश्विनी और HC वरुण शामिल थे, इंस्पेक्टर संदीप तुशिर और ACP नरेंद्र बेनीवाल के नेतृत्व में आरोपी की तलाश में जुटी। तकनीकी निगरानी और स्थानीय इनपुट के आधार पर टीम ने मजदूर जनता कॉलोनी, वेलकम, दिल्ली में जाल बिछाकर आरोपी को दबोच लिया।
मोहम्मद गुलजार मूल रूप से मेरठ, यूपी का रहने वाला है और वर्तमान में वेलकम, दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहता है। अशिक्षित गुलजार पहले जींस आयरनिंग का काम करता था, लेकिन बाद में अपराध की दुनिया में शामिल हो गया। 2001 में हत्या के प्रयास के केस में नाम सामने आया, 2009 में अवैध हथियार मामले में पकड़ा गया, और 2012 में चाकू रखने के जुर्म में फिर गिरफ्तार हुआ था।
क्राइम ब्रांच की मुस्तैदी से लंबे समय से फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत कोर्ट में पेश किया जाएगा