आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस की सतर्कता ने एक बड़ी सफलता हासिल की है, जिसमें एक फर्जी वीज़ा मामले में पंजाब के एक एजेंट को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी हरजिंदर सिंह (40 वर्ष), जो अमृतसर के अजनाला गांव का निवासी है, ने एक यात्री के पासपोर्ट पर नकली मोरक्को का वीज़ा लगवाया था। यह यात्री, लवप्रीत सिंह बठ (27 वर्ष) को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से निर्वासित कर भारत वापस भेजा गया था।
लवप्रीत सिंह बठ, जो अमृतसर का निवासी है, मार्च 2024 में यूएई गया था और वहां से मोरक्को जाने की योजना बना रहा था। हालांकि, यूएई एयरपोर्ट पर उसकी यात्रा दस्तावेज़ों की जांच के दौरान उसके पासपोर्ट पर एक नकली मोरक्को वीज़ा पाया गया। इसके बाद उसे यूएई से निर्वासित कर दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर भेजा गया। जब भारतीय आव्रजन अधिकारियों ने दस्तावेज़ों की जांच की, तो फर्जी वीज़ा का खुलासा हुआ, और इसके बाद आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में एफआईआर नंबर 712/24 के तहत मामला दर्ज किया गया।
जांच के दौरान, लवप्रीत सिंह बठ को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई। उसने खुलासा किया कि वह 12वीं तक पढ़ाई कर चुका था और उसके गांव के कई दोस्त विदेश में नौकरी कर रहे थे। बेहतर कमाई के लिए उसने भी जर्मनी जाने का निर्णय लिया। इसके बाद वह अपने गांव के पास रहने वाले हरजिंदर सिंह नामक एजेंट से मिला, जिसने उसे जर्मनी भेजने का वादा किया और इसके बदले में 8 लाख रुपये की मांग की।
हरजिंदर सिंह ने पहले लवप्रीत के पासपोर्ट पर यात्रा इतिहास बनाने की बात कही और उसे यूएई भेजने का इंतजाम किया। बाद में, उसने यूएई में रहते हुए लवप्रीत के पासपोर्ट पर एक नकली मोरक्को वीज़ा लगवाया। लवप्रीत मोरक्को जाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन यूएई में आव्रजन जांच के दौरान पकड़ा गया और उसे निर्वासित कर भारत वापस भेज दिया गया।
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस की टीम ने हरजिंदर सिंह की तलाश शुरू की और स्थानीय खुफिया जानकारी और तकनीकी निगरानी के आधार पर उसे अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, हरजिंदर सिंह ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और बताया कि वह पहले खेती का काम करता था, लेकिन पर्याप्त कमाई न होने के कारण उसने लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगने वाले एजेंटों के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया। उसने यह भी स्वीकार किया कि उसने लवप्रीत से 8 लाख रुपये लेकर नकली वीज़ा की व्यवस्था की थी।
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे विदेश जाने के लिए केवल अधिकृत एजेंसियों से ही अपने दस्तावेज तैयार करवाएं और फर्जी एजेंटों के जाल में न फंसें।